Tuesday, 30 October 2018

इक अरसे से अख़बार नहीं देखा,
इतने मशरूफ़ रहे की इतवार नहीं देखा..

Sunday, 28 October 2018

तुम किसी सूपरहिट फ़िल्म का इतवार,
मैं एक आर्ट फ़िल्म का दुपहरिया बुधवार...
तेरे जाने से निराशा के बादल छा जाते हैं,

हमें तो लोग युंही नज़र अन्दाज़ कर जाते हैं....

Saturday, 27 October 2018

क्यूँ ख़फ़ा-ख़फ़ा से रहते हो ख़ुद से...
महफ़िल में तन्हा रहते हो एक बखत से..
जो ग़म है तुझे वो कभी मेरा भी था
जो फ़िक्र है उसका कभी डेरा भी था
चलो सोच कर वो दो पल मुस्कुराओ,
वो लम्हे जो तुम कभी भुला ना पाओ
ख़ुशियाँ भी तो आयीं होंगी,
ग़म ही नहीं बस बरसो छायी होंगी...

Monday, 22 October 2018

इक बुरा दौर था आना तेरा,
इक बुरा दौर है जाना तेरा,
राहत ना तब थी, राहत ना अब है,
शुक्रगुज़ार है हम बस फ़रेब ही सही,

वो इश्क़ के चार सबक़ सिखाना तेरा....

Monday, 15 October 2018

Pariyo ki dastan jo sunata,
Unhe dilchasp kuch nazar na aata,
Ek pari ko pari se kya wasta,
Meri ankho se jab main dasta sunata

Tarifo ke kayal kai jhund  beshumar hai,
Unhe tareefo me matlab hi nazar aata,
Ek pari ko pari se kya wasta,
Meri ankho se jab main dasta sunata...


Monday, 8 October 2018

Milne ki hazaro wajah par,
Darao ne baat rakha hai..
Khidkiyan yun betab hai khulne ko,
Deewaro ne bandh rakha hai..

Shayro ke lafz...

धुंधले से होते जा रहे हैं सपने हवाओं में कही, शायरों के लफ़्ज़ अब हलके हो चले है...